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मकान मालिक की बेटी की चुदाई

मेरी हिन्दी पोर्न स्टोरी की घटना आज से चार माह पहले की है जब मैं अपने नए रूम में रहने के लिए आया था, अभी दो दिन हुए थे यहाँ पर, एक दिन शाम के टाइम में सो कर उठा था, मेरा लंड लोअर में तम्बू बनाये हुए था और मैं उसे पकड़ कर मसलते हुए फोन पर बात करने लगा.

तभी मेरी नजर खिड़की के बाहर गई जहाँ एक लड़की खड़ी थी और वो मेरे खड़े लंड को देख रही थी. मैं उसे देख के पहले तो धीरे से खिड़की से हट गया पर फिर मेरे मन में ख्याल आया क्यों न इसे लंड देखने दूँ.

यह सोच कर मैं वहीं आकर खड़ा हो गया जहां से उसे मेरा लौड़ा मसलना दिखाई दे. मैंने अनजान बनते हुए लौड़ा मसलना चालू रखा और फोन पर बात करते रहा.

 

थोड़ी देर बाद उसकी तरफ नजर घुमाई तो देखा कि वो जा चुकी थी। मेरा लौड़ा उसे देखते हुए देख कर तो उसे चोदने का मन होने लगा और मैं सोचने लगा कि काश ये मुझे चोदने दे।

दूसरे दिन फिर वो छत पर दिखी, किसी से फोन पर बात कर रही थी. क्या गांड हिला-हिला कर चल रही थी, ऐसा लग रहा था कि वो जानबूझ कर ऐसे चल रही हो, अपनी कामुकता प्रदर्शित कर रही हो!

काले रंग का टॉप और घुटनों के ऊपर तक की स्कर्ट पहन रखी थी उसने, क्या माल लग रही थी, मन कर रहा था कि साली को अभी चोद दूँ पर क्या करें!

 

उसकी फोन पर बात ख़त्म हुई और उसने एक बार मेरी तरफ देखा और वहीं खड़ी होकर मोबाइल चलाने लगी। मैंने अपने आप से कहा चल बेटा अगर आज तूने इस फुलझड़ी से बात नहीं की तो तेरा कुछ नहीं हो सकता.

और मैं चल दिया उससे बात करने!

 

उसके पास जाकर मैंने हईकहा तो उसने भी एक प्यारी सी स्माइल के साथ हेलोकहा।

मैंने कहा- मेरा नाम माधव शर्मा है (बदला हुआ नाम) और तुम्हारा?

तो उसने कहा- नेहा, नेहा यादव (बदला हुआ नाम)

 

और फिर क्या-क्या बताऊँ दोस्तो, यहाँ-वहाँ, इधर-उधर की बहुत सारी बातें हुई। मैं तो नेहा की गोरी-गोरी टाँगें ही देखे जा रहा था और सोच रहा था कि कब इन्हें छूने को मिलेगा।

बात करते-करते मैंने नेहा के चहरे की तरफ देखा तो मैंने देखा कि नेहा की नजर बार-बार मेरे लौड़े वाले भाग पर ही जा रही है. शायद नेहा को पहले दिन देखा लंबा लौड़ा दिखाई दे रहा हो।

इस तरह हम रोज बात करने लगे, पर एक बात नोटिस किया की वो कई बार मेरे लौड़े की तरफ ही देखती रहती।

 

मैंने एक दिन उसे लौड़े को देखते हुए देखा तो कहा- देखना है?

तो वो अचानक से सकपका गई, उसकी चोरी जो पकड़ी गई थी, नेहा मेरी तरफ देखती और बोली- क्या?

मैंने कहा- जो तुम बार बार देख रही हो.

क्या क्या क्या…’ करते हुए वह जाने लगी तो मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लौड़े पर रख दिया तो वो फिर हाथ हटा के जाने लगी.

 

मैंने फिर से नेहा का हाथ पकड़ा और अपने हाथ में ले कर लौड़े को लोअर के ऊपर से ही पकड़ा कर रगड़ने लगा.

थोड़ी देर तो वो अपना हाथ मेरे लौड़े से हटाने की कोशिश करती रही और फिर खुद ही लौड़ा पकड़ कर मसलने लगी।

 

अरे दोस्तो, मैंने नेहा के बारे में तो कुछ बताया ही नहींचलो बताता हूँ:

नेहा 20 साल की एक सामान्य सी लड़की है, वो मेरे माकन मालिक की बेटी है, उसका फिगर तो मालूम नहीं क्या है पर गोरी बहुत थी, भरा-भरा सा बदन, कुल मिला के चोदने के लिये तो मस्त मॉल है।

 

कहानी पर आता हूँ: जब नेहा मेरा लौड़ा पकड़ के मसलने लगी तो मैंने उसका हाथ पकड़ के लोअर में डाल दिया, अब नेहा मेरे लौड़े से खेल रही थी, मुझे तो मजा आ रहा था।

मेरे लौड़े खेलते खेलते उसकी साँसें तेज़ होने लगी और जोर जोर से लौड़े को खींचने लगी और मुठ मारने लगी। नेहा मेरे लौड़े को इतने जोर से खींच रही थी कि दर्द होने लगा और मुझे कहना पड़ा- धीरे खींचउखाड़ेगी क्या?

मैं नेहा को मेरे रूम में ले आया और उसको बिस्तर पर बैठा दिया. मैं उसके सामने खड़ा हो गया और लोअर खोल कर लौड़ा निकाल कर उसके मुँह में देने लगा, उसने एकदम से मेरा लौड़ा अपने मुख में भर लिया और चूसने लगी.

आहक्या चूसती है दोस्तोबिल्कुल पोर्न स्टार की तरह, कभी पूरा गले तक उतार लेती, तो कभी हाथ में ले के हिलाती, तो कभी अंडों को चूसती.

मैं भी जोश में आकर नेहा का मुख चोदन करने लगा। गुम्म गुंम्मकी आवाज करते हुए मुँह खोल के लौड़ा लेने लगी।

 

करीब दस मिनट तक लौड़ा चुसाई और मुख चोदन करने के बाद नेहा के मुँह में ही लौड़े की पिचकारी फच्च फच करके मार दिया उसका मुँह अपने लौड़े के शानदार रस से भर दिया.

मुँह भरते ही नेहा बाथरूम में भागी और मुँह धो के वापस आई।

 

अब मैंने नेहा को बिस्तर घोड़ी बना दिया और उसकी स्कर्ट ऊपर करके गांड (कूल्हों को) दबाने और चांटें मारने लगा, चांटें के साथ ऊई उई उकरते हुए और मारो और मारो…’ कर रही थी और गांड दबवाने का मज़ा ले रही थी.

नेहा की गांड से खेलने के बाद मैंने उसका टॉप उतरवाया और बिस्तर पर पीठ के बल लेटा दिया, उसके ऊपर चढ़ गया और बूब्स के बीच में लौड़ा रख के बूब्स चोदने लगा. आह्ह आह आह क्या मज़ा था. नेहा तो आँखें बंद करके मुँह खोल के तेज़ तेज़ साँसें ले रही और मज़े ले रही थी।

थोड़ी देर बूब्स पर लौड़ा रगड़ने के बाद उसके ऊपर से उठा और फिर किस करने लगा, किस करते करते नेहा की चुत पर आ गया, उसकी पेंटी उतार कर जैसे ही चुत पर मुँह लगाया वो उछल गई आह आह आअह आ. आह और चूसो उम्म्हअहहहययाहआउ आऊआऊ…’ अपनी गांड उठा उठा कर चूत को मेरे मुँह पर दबाने लगी, मैं भी उसकी चूत में दो उंगली डाल के आगे पीछे करते हुए चूत को जोर-जोर से चाटने लगा. उसकी चूत बिल्कुल चिकनी थी सफाचट.

ऐसे करने पर नेहा तो पागल हो उठी और अपना सर बिस्तर पर इधर-उधर झटकने और जोर से चाटो, जोर से चाटजोर सेआह आहआह…’ कहने लगी.

मुझे लगा कि ये छूटने वाली है, मैंने चूत को चाटना बंद किया और जल्दी से उसकी टांगें उठा कर अपना बड़ा और मोटा लौड़ा उसकी चूत में पेल दिया.

 

एक ही झटके में आधा लौड़ा जा घुसा और नेहा बहुत ही आनन्द पूर्ण आवाज में आआआअह आह औ आईआईफाड़ दियाकरके चिल्लाई।

मैंने एक और झटका मारा और पूरा लंड चूत में घुसा दिया और जोर-जोर से चोदने लगा।

 

नेहा भी बहुत जोश में थी और मैंने भी सोचा कि आज तो भले दो मिनट में छूट हो जाये पर इसकी चूत फाड़ दूंगा, मैंने नेहा की दोनों टाँगें चौड़ी करके जो दनादन ठुकाई चालू की… ‘ले ले मेरा लौड़ा, ले साली, आज तो तेरी चूत फाड़ दूंगा!

नेहा भी आह आह आह अह्हा आफाड़ दे, फाड़ दे मेरी चूत को आह आह अअहफाड़ दे साली को, पहले दिन से तेरा लौड़ा लेने को तरस रही है…’ बोल रही थी.

 

वह बहुत जोश में आ गई, चिल्लाने लगी- फ़क मीफ़क मआह आहऔ औ घुसा दो पूरा आह

ले ले मेरा लौड़ाआज तो तेरी गांड फाड़ दूंगा।

दोनों भयंकर जोश में चुदाई कर रहे थे. करीब दस मिनट ताबड़तोड़ चुदाई के बाद अपने लंड के रस से उसकी पूरी चूत भर दिया हम दोनों एक साथ शांत हुए।

 

थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहे दोनों पसीने में पूरे भीगे हुए।

जब मैं नेहा के ऊपर से उठा तो वो बोली- आह मेरी टाँगें!

बोलते हुए दोनों टाँगो ऊपर-नीचे रख कर लेटे रही और मुझसे बोली- ऐसे चुदाई करते है क्या? चुदाई कर रहे थे या मुझे मार डालने का इरादा था?

मैंने कहा- मार ही तो रहा था तेरी

तो वो खिलखिला के हंस पड़ी, मुझ से लिपट गई और बोली- मज़ा आ गया आज तो! 

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