सीता की उम्र लगभग 16 साल और गीता की 13 है. ये कहानी मुझे सीता ने बताया.हुआ यों कि एक बार राजू अपनी कार से गीता को लेकर बाज़ार गया . बाज़ार में उन्होने गीता की क्लास में पढ़ने वाले लड़के को कार चलाते देखा, ये देख कर गीता कार चलाना सीखने के लिए राजू से ज़िद करने लगी. राजू ने बहुत समझाया कि कुच्छ दिन के बाद सिखा दूँगा पर वो नही मानी. तब राजू ने उसे कहा कि ठीक है सुबह एकदम सबेरे जब रोड पर कम लोग रहतें हैं, मैं मैदान में लेजा कर सिखा दूँगा.
दूसरे दिन राजू गीता को लेकर फील्ड में गया.बहुत कोशिश करने पर भी गीता से कार का स्टारिंग नही सम्भल पाया. जब वो स्टारिंग ठीक संभालती तो आक्सेलेटर छूट जाता, जब अक्सीलेटर संभालती तो स्टारिंग छूट जाता. तब राजू ने गीता को गोद में बिठा कर स्टारिंग खुद पकड़ा और गीता को सिर्फ़ ब्रेक और अक्सीलेटर संभालने को कहा. वो बोली नही मैं खुद ही दोनो संभालूंगी जब ग़लती हो तो स्टारिंग तुम पकड़ लेना.
इस तरह वो कार आगे बढ़ाई. कुच्छ दूर तो ठीक चली पर जब मुड़ने की बारी आई तो वो अक्सीलेटर कम करने की जगह छोड़ ही दी और अचानक फिर अक्सीलेटर पर दब गया जिससे कार को जोरदार झटका लगा, और राजू ने जल्दी से गीता को पकड़ा ताकि वो स्टारिंग से टकरा ना जाए और ब्रेक दबा दिया . गाड़ी रुक गई. पर राजू के हाथ में काफ़ी चोट लगी क्योंकि राजू का हाथ स्टारिंग से टकरा गया था. तब राजू का ध्यान गया कि वो गीता की दोनो छ्होटी-छ्होटी चूचियों को जाकड़ रखा है.राजू ने झट से अपना हाथ हटाया. गीता भी झेंप गयी . फिर राजू ने कहा अभी तो तुम स्टारिंग से टकरा जाती और तुम्हारे सीने में चोट लग जाती? देखो अभी तक मेरे हाथ में दर्द हो रहा है.वो बोली थॅंक यू भैया जो तुमने मुझे चोट लगने से बचा लिया,पर तुमने भी कितनी ज़ोर से पकड़ा कि मुझे भी दर्द होने लगा. राजू ने पुछा कहाँ? वो बोली सीने में. इसपर राजू अपनी दोनो हथेलियों से गीता की दोनो चूचियों को सहलाते हुए पुछा यहाँ? वो बोली धत भैया ये क्या करते हो, कोई देखेगा तो? राजू ने कहा कार में काला शीशा है किसी को नही दिखेगा. यह कह कर राजू उसकी दोनो चूचियों को मसल्ने लगा और गालों पर किस करने लगा. गीता को भी मज़ा आने लगा था, वो भी मज़े लेने लगी, और सिर राजू की तरफ घुमा लिया जिससे राजू उसके होंठ पर होंठ रख दिया.
राजू लंड खड़ा हो चुका था और गीता की गांद में गढ़ रहा था. राजू बेकाबू हो रहा था , उसने एक चूची छोड़ कर गीता की चूत को उपर से ही सहलाने लगा और गीता की शलवार का नारा खोल दिया.फिर उसने अपना हाथ गीता की पैंटी में घुसा दिया और चूत सहलाने लगा.गीता भी गरम हो चुकी थी,उसके मुँह से सिसकारी निकलने लगी. राजू ने उसकी शलवार को और पैंटी को नीचे सरका दिया और अपने पैंट की चैन खोल कर लंड बाहर निकाल लिया. इतने में गीता ने कहा भैया सड़क पर लोग आने-जाने लगे हैं, अब छोड़ दीजिए. राजू ने कहा ठीक है पर अब हम लोग इसी तारह घर तक जाएँगे. वो मान गयी.
इस तरह वो दोनो घर पहुँचे और कार से निकलने से पहले खुद को ठीक किया.
दोनो ने नहा धो कर नाश्ता किया और गीता स्कूल चली गयी. रात को खाने की मेज़ पर गीता ने कहा– भैया आज तुम मेरे मैथ के कुच्छ सवाल को हल कर दो, कल मुझे स्कूल में दिखाना है.
राजू बोला — मैं अभी कुछ नही करूँगा मुझे कंप्यूटर पर काम है और जब तक मेरा काम ख़त्म होगा तुम सो जाओगी.
गीता बोली —नही सोउंगी,आज मैं भी देखूँगी तुम क्या काम करते हो और जब ख़त्म हो जायगा तब सवाल बता देना.
राजू बोला– मेरे कमरे में आने की ज़रूरत नही है सुबह बता दूँगा.
गीता बोली –नही अभी बता दो.
इस पर राजू की मम्मीद ने कहा बता दो राजू , तुम काम भी करते रहना और इसे बीच-बीच में मदद भी करना.
राजू बोला ठीक है मेरे कमरे में आ जाओ. और राजू अपने कमरे में चला गया.
रात करीब 10 बजे गीता राजू के कमरे में गयी. राजू कंप्यूटर पर कुच्छ काम कर रहा था. गीता के आते ही उसने उसे गोद में बैठा लिया और चूची मसल्ने लगा.गीता बोली — क्या कर रहे हो भैया? कोई आ जायगा. इसपर राजू बोला – ठीक है पहले मैथ का सवाल हल कर लो.
राजू लगभग आधे घंटे में सारे सवालो को हल कर लिया और गीता से बोला जाओ देख कर आओ कि घर में सभी सो गये है या नही,और बाथरूम कर के आना.गीता चली गयी और तुरंत ही आगयि. हां भैया सब सो चुके हैं.यह सुनते ही राजू ने गीता को उठा लिया और बिस्तेर पर पटक दिया और बोला आज तो रानी तुम्हें इतना चोदुन्गा कि तुम्हारी चूत का भोसरा बना दूँगा.गीता बोली चोद्ना क्या होता है? राजू बोला जब मेरा लंड तुम्हारी चूत में घुस कर कुटाई करेगा तब पता चल जायगा मेरी रानी.यह कह कर राजू ने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसकी छोटी-छोटी चूचियो को चूसने लगा और एक हाथ से उसकी चूत पर उंगली रगड़ने लगा.
गीता को भी मज़ा आने लगा और ज़ोर से चूसो भैया,मज़ा आ रहा है. गीता की चूत भी गीली हो गयी और वो बोलने लगी भैया मेरे पूरे शरीर को पीस दो भैया,मेरी चूत में लगता है चीटियाँ घुस गयी है उंगली डाल कर निकालो चीटियों को. राजू ने कहा हां मेरी रंडी तुम्हारी कच्ची चूत मे जब मेरा हथोडे जैसा लंड जायगा तब सारी चीटियाँ मर जायगी.
राजू ने भी सारे कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया. राजू अपना लंड गीता के मुँह के पास लेजाकार बोला डार्लिंग इसे चूसो.
गीता ने कहा — नही भैया ये गंदा है.
राजू बोला – साली जब चूसोगी तब इतना मज़ा आयगा कि छोड़ॉगी नही.चूसो इसे.
गीता के मुँह में राजू का लंड तो नही घुस पाया, वो लंड के सुपाडे को ही चूसने लगी.जब लंड से प्री-कम निकलने लगा तब उसका नमकीन स्वाद गीता को बड़ा अच्छा लगने लगा.वो सुपाडे को चाटने लगी और बोली – हां भैया बड़ा अच्छा लग रहा है.
राजू बोला – जब तुम्हारी चूत चोदुन्गा तब तो और भी मज़ा आयगा.
गीता बोली—तो चोदो ना भैया.
फिर राजू क्रीम ले आया और गीता की चूत पर अच्छि तरह से लगाया, क्रीम को उसने अपने लंड पर भी लगाया,और बोला—जब लंड घुसेगा तब थोड़ा दर्द होगा इसे बरदाश्त करना ,जब पूरा अंदर चला जायगा तब बहुत मज़ा आयगा.
गीता बोली –ठीक है.
अब राजू ने गीता के टाँगो को फैलाया और उसके बीच में जाकर लंड को उसकी चूत के छेद पर रखा , दोनो हाथो से गीता की चूचियो को पकड़ा और मुँह को उसके मुँह पर लगा कर मुँह बंद किया और गचक से झटका मारा. उउउइईईई ऊवंन्न आअन्न्नणणन् करके गीता छ्टपटाने लगी.राजू ने फिर झटका मारा. लंड चूत के झिल्ली को तोड़ते हुए अंदर चला गया .गीता के आँख से आंशू निकलने लगे.राजू वैसे ही रुक कर गीता की चूचियों को मसल्ने लगा.
जब गीता के आंशू रुक गये तब राजू ने घच्छ से एक झटका और मारा . पूरा लंड गीता की टाइट चूत में समा गया . गीता दर्द के मारे ऊन्न्नणणन् कर के रोने लगी .फिर जब उसका रोना रुका तब राजू ने उसके मुँह से मुँह हटाया.गीता बोली भैया निकालो मुझे नही चुद्वाना है इतना दर्द मुझसे बर्दास्त नही होगा. राजू बोला – घबराओ मत गीता अब तुम्हे बहुत मज़ा आयगा .मेरा लंड तुम्हारी चूत में घुस चुका है.यह कह कर राजू गीता को चाटने चूसने लगा और हाथ से उसकी छ्होटी-छ्होटी चूचियों को मसल्ने लगा .
गीता का दर्द कम हो गया.वो चूची मसलवाने का आनंद लेने लगी और चूत को सिकोड कर लंड का मज़ा लेने की कोशिश करने लगी. राजू यह देख कर चुदाई स्टार्ट कर दिया . और तेज़ चोदो भैया गीता को मज़ा आने लगा राजू भी स्पीड तेज कर दिया .और ज़ोर से भैया .आज मेरी चूत को कूट कर रख दो,फाड़ दो मेरी चूत को.और कमर उच्छालने लगी. राजू भी फुल स्पीड में धक्के लगा रहा था ले साली अभी तो रो रही थी अब मज़ा आने लगा हरम्जदि ,ले आअहह उऊहह यीहह गछा-घच चुदाई चलने लगी. बोल हराम्जादि भैया से चुद्वाने में मज़ा आ रहा है?
हां भैया, मुझे पता होता कि चुदाई इतनी मज़ेदार होती है तो मैं पहले ही तुम से चुद्वाती .
साली मुझे पता होता कि मेरे घर इतनी मस्त माल है तब मैं तुम्हें पहले ही चोद देता. आआआ ऊऊऊऊओ.
हां भैया अब तुम रोज ही मुझे चोद्ना.आआ उूुुुउउ भैयाअ लाअग रहाआ हाई मैं आसमान मीई उउर्र्रर राआही हूऊंन आआआआअ और गीता झार गयी .
राजू के लंड ने भी धार छोड़ दी लीई राअनीि उउईई मायन्न्न ग्ग्ाआययय्याआआआआ. और राजू झर गया.
कुच्छ देर दोनो वैसे ही पड़े रहे. फिर राजू ने लंड निकाला. गीता की चूत से खून की धार निकलने लगी.
यह क्या है?
तुम्हारी सील टूटी है ना वही खून है कुच्छ नही होगा.दोनो लिपट गये और चुम्मा चाटि करने लगे.
इसतरह दोनो जब भी मौका मिलता चुदाई का आनंद लेते थे. एक दिन रात में जब दोनो चुदाई में मशगूल थे तभी राजू के कमरे का दरवाज़ा झटके से खुला और सीता अंदर आ गयी, यह क्या हो रहा है?
कुच्छ नही बहना गीता को जवानी का आनंद दे रहा हूँ.
मैं पापा को बोलूँगी.
मैं तुम्हें भी मज़ा दूँगा.
सीता को सेक्स की समझ थी इसलिए उसे चुदाई देखना अच्छा लगने लगा.वो दरवाज़ा बंद की और बोली भैया मुझे भी चोदो तो नही बोलूँगी. राजू को क्या था, वो तो खुस हो गया कि घर में ही दो-दो मस्त माल मिल गयी. ठीक है कपड़े उतारो और देखो,यह कह कर राजू ने गीता की थुकाइ चालू कर दी.सीता भी अपनी छोटी-छोटी चूचियों को अपने हाथ से मसल्ने लगी और चूत पर हाथ सहलाने लगी. जब राजू और गीता झर गये तब राजू उठा और सीता की चूची देख कर उसका लंड फिर खड़ा होने लगा. सीता की चूची पूरी तनी हुई थी,उसके निपल एकदम खड़े थे और चूत पर रेशमी बाल. सीता की अन्चुदि चूत देख कर राजू का लंड तन गया. उसने सीता की चूचियों को मसलना चालू कर दिया सीता को मज़ा आने लगा.राजू ने उसकी चूत में भी उंगली घुसेड दी. सीता की भी सील नही टूटी थी.
सीता जल्दी ही गरमा गयी . राजू ने गीता को कहा तुम सीता की चूत में क्रीम लगाओ.और राजू उसकी चूचियों को दाँत से काटने लगा सीता को दर्द भी हो रहा था पर मज़ा भी आ रहा था. जब गीता ने सीता की चूत में क्रीम लगा दिया तब राजू सीता पर लेट गया और उसका मुँह हाथ से बंद किया और घचक से लंड को पेल दिया सीता छॅट्पाटा कर रह गयी पर आवाज़ नही निकाल पाई,सीता की भी सील टूट गयी . उसने फिर धक्का दिया घच्चह और पूरा लंड चूत के अंदर. उसने अपना हाथ सीता के मुँह से हटाया और बोला चुद्वाओगि?
सीता बोली नही छोड़ दो मुझे .
अब क्या छोड़ू? अब तो लंड ने अपना काम कर दिया अब मज़े लो.
धीरे-धीरे उसने चुदाई आरंभ कर दी .
गीता बोली—दीदी मुझे भी काफ़ी दर्द हुआ था पर अब तो लगता है कि लंड को चूत में घुसाए ही रखूं.]
सीता को भी मज़ा आने लगा था अब कमर उच्छालने लगी.राजू ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा .
तःप-ठप –ठप-ठप आवाज़ निकलने लगी फिर आआआआआअ ऊओह मैं उड़ रही हूँ.
गीता बोली भैया का लंड इतना शानदार है कि अभी तुम आसमान में गोते लगओगि.
आआआआआ ऊऊऊऊऊऊऊऊओ उूुुउउइईईईईईई ज्जूऊऊऊओर सीईई हच्छ-हच्छ ऊऊऊऊ और दोनो झर गये और सुस्त पड़ गये.
गीता बोली मज़ा आया दीदी?अब तो तुम भैया की रंडी बन गयी?
हां गीता ,अब मैं रंडी ही बने रहना चाहती हूँ.
फिर दोनो अलग हुए गीता झट से राजू का लंड चूसने लगी.
गीता बोली—चूस के देखो, आइस-क्रीम खाना भूल जाओगी.
सीता ने लंड को मुँह में ले लिया हां गीता बड़ा मज़ा आ रहा है.
इसतरह राजू एकदिन बाद एकदिन दोनो बहनो को चोद्ने लगा.
एक शाम को राजू और सीता कार से बाज़ार गये . बाज़ार से लौटने के वक़्त दोनो कार पार्किंग से कार लेने गये तो कार में बैठते ही राजू ने उसे गोद में खीच लिया और सलवार का नाडा खोल कर नीचे सरका दिया पैंटी भी सरका दी,फिर उसने अपना लंड निकाला पिछे से ही उसकी चूत में पेल दिया और बोला मैं ऐसे ही घर जाउन्गा ,तुम बैठी रहना मैं कार चलाउंगा.फिर राजू कार बाहर निकला. काले शीशे होने की वजह से और रात होने की वजह से किसी को कुच्छ दिखाई नही दे रहा था , जब कार पार्किंग साइट से बाहर निकली तो अचानक मैं सामने आ गया. मुझे देख कर दोनो घबरा गये,जल्दबाज़ी में अलग भी नही हो पाए कि मैं कार के गेट के करीब पहुँच गया. नज़दीक से मैने जब उन्दोनो को इस हालत में देखा तो मेरा भी लंड खड़ा हो गया.
दोनो अलग हुए और राजू ने कहा यार किसी को मत बताना.
मैने कहा ठीक है पहले गाड़ी में बैठने तो दो.
यह कह कर मैं सीता की बगल में बैठ गया और बोला चलो.
जब गाड़ी चल दी तब मैने सीता को कमर से पकड़ा और गोद में बैठा लिया.
यह क्या कर रहे हैं?
मैं किसी को नही बोलूं इसकी कीमत ले रहा हूँ.यह कह कर मैं सीता की चूचियों को मसल्ने लगा.
फिर मैं बोला राजू यार आज मैं तुम्हारी बहन को चोदुन्गा, चोद्ने दोगे ना?
राजू बोला ठीक है.
तीनो घर आ गये. घर आते ही मैं जल्दी से सीता को लेकर राजू के कमरे में घुस गया और सीता को पूरी नंगी कर के जोरदार चुदाई की. चुदाई के बाद सीता ने ही यह कहानी मुझे बताई. दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
मैं, मेरी कजिन और एक शुरुवात
ये मेरी कहानी सच्ची है मैं जयपुर का रहने वाला हु मेरा नाम राहुल है और ये बात जब की जब मेरी स्कूलिंग ख़त्म हो गई थी और कोलेज में दाखिले की तयारी थी इस कहानी का हीरो मैं हु और हेरोइन मेरी कजिन रिटा है रिटा अबू धाबी में रहती है और वो हर साल छुट्टियों में इंडिया हमारे घर यानि अपनी मोसी के घर आती थी हर साल हम सभी कजिनस छुट्टिया साथ बिताते थे 10 हम कजिन है हमउम्र जिनमे से छ हम लड़के थे और चार लडकिया थी हर बार की तरह इस बार पियासी कुछ नया नहीं था हम वही पिछले सालो की तरह से मस्ती करने के लिए मेरे घर पर जुटे थे इस बार बस जो अलग था वो ये की अब हम सब जवान हो गए थे सिवाए रिटा की बहन ऋचा के वो हम सब में सबसे छोटी थी पर वो भी जवानी की दहलीज पर कदम रख चुकी थी वो स्वीट ***EDITED*** की हो गई थी हमारी छुटिया बड़े मजे से गुजर गई और महिना कब ख़तम हो गया पता ही नहीं चला अब सबके वापिस जाने का टाइम आ गया था और अब सिर्फ घर पर 10 में से हम तीन ही बचे थे मैं, रिटा और ऋचा अभी तक हम सब से साथ होने की वजह से कुछ स्पेशल नहीं था पर अब सिर्फ मैं ही था जो उनको इस शहर में घुमा सकता था और बाकि के सप्ताह भर तक मस्ती कराता अब मेरी दोनों बहने मेरे नखरे उठाने लगी और ऋचा जो की अभी थोड़ी सी छोटी थी या यु कहू की पूरी तरह से जवान नहीं हुई थी वो मुझसे बाईक सीखना चाहती थी और जैसे ही उसने मुझसे कहा तो मोसी ने मन कर दिया इस पर मेरे पापा ने बोला कोई दिक्कत नहीं होगी क्युकी मैं पडोसी के लड़के को चलाना सिखा चूका हु 4 पिछले साल से बाईक चला रहा हु ऋचा को इजाजत मिलते ही रिटा ने पियासी कहा की वो पियासी सीखेगी अब रोज रात को तक़रीबन 10 – 11 बजे मैं दोनों को बाईक चलाना सिखाने लगा क्युकी पहले ऋचा ने कहा था इसलिए मैं पहले उसे सिखाने के लिए लेकर गया रात बहुत थी इसलिए सभी घर में ही बैठे थे और सिर्फ मैं और ऋचा ही बहार निकले मेने ऋचा को कहा कि आज पहले सिर्फ तू हेंडल करना सीख ले और मैंने उसे सिखाना शुरू किया वो मेरी उम्मीद से कही बेहतर थी 5 उसने मिनट में ही सीख लिया अब बारी आई रिटा की, अब मैं निश्चिन्त था की जब ऋचा ने इतना अच्छा बेलेंस किया है तो रिटा तो और पियासी आराम से कर लेगी पर मैं गलत था अभी मैंने उसे हेंडल दिया ही था की हम गिरते गिरते बचे अगर मैं पैर जमीन पर नहीं टिकाता तो हम दोनों ही जमीन पर होते बाईक संभालने के चक्कर में मेरा लेफ्ट हाथ तो उसके पेट पर था पर मेरा सीधा हाथ उसके राईट साइड के आर्म पिट से कुछ निचे था और क्युकी बाईक लेफ्ट साइड में गिर रही थी तो मेने अपना लेफ्ट पैर जमीन पर टिका रखा था और मैं उसी तरफ झुका हुआ था उस वक़्त तो मेरा पूरा ध्यान सिर्फ बाईक पे था पर जब बाईक संभल गयी तब मेने महसूस किया की मेरे राईट हाथ रिटा के बूब को साइड से छु रहा था मैं मेरी हालत बयान नहीं कर सकता क्युकी वो मेरा पहला अनुभव था बूब छूने का और वो भी मेरी के, अब मेरे अन्दर एक जंग शुरू हो गयी की ये सही है या गलत पर मेरा हाथ वही था रिटा के बूब पर अभी मैं अपने आप में संभालता उससे पहले ही रिटा ने सॉरी सॉरी कहना शुरू कर दिया …. उसे लग रहा था कि अभी उसकी वजह से हम गिर जाते अब भी मेरा हाथ वही था मेने अपने दुसरे हाथ से बाईक सीधी कि और सोचा कि मैं बिना बात के ही डर रहा था इसे तो पता भी नहीं है कि मैं इसके बूब को छु रहा हु अब मैं उससे बिलकुल चिपक कर बैठ गया और अपने दोनों हाथ ठीक उसकी आर्म पिट के निचे से ले जाते हुए बाईक का हेंडल पकड़ा और उसे बाईक सिखाने लगा रिटा का पूरा ध्यान बाईक पर था और मेरा उसके बूब्स पर और इसी तरह से हमने करीब आधा घंटा बाईक चलाई जब घर आये तो ऋचा ने कहा इसे इतनी देर तक क्यों सिखाई तो मेने कहा इसको तो हेंडल करना भी आता और ये तो तुझसे बहुत फिस्सडी है इस बात पर सभी हंसने लगे और रिटा नाराज हो गई मैं उसको मानाने गया तो उसने कहा कि उसे नहीं सीखनी बाईक ये सुनते ही मेरे सारे ख्वाब हवा हो गए और मैं उससे मानाने में लग गया और उसे मानाने में रात 2 के बज गए फिर हम तीनो मेरे कमरे में सो गए एक तरफ मैं बीच मैं ऋचा और फिर रिटा .. … वो दोनों तो जल्दी से सो गयी पर मेरी नींद तो उड़ चुकी थी मैं तो सिर्फ रिटा के बूब के बारे में सोच रहा था अब मैं हरामी हो गया था और यही सोच रहा था कि अभी तो सिर्फ साइड से ही छुए है पुरे बूब को दबाने का मजा कैसे लू फिर मेने एक प्लान बनाया
अब मैंने फिर से अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया और अबकी बार बिलकुल ऋचा से सटकर लेटा जिससे की मैं रीता तक आराम से छु सकू| मेने अपना हाथ पहले तो ऋचा के ऊपर रखा फिर धीरे से उसे रीटा की तरफ ले गया अब मेने पहले बड़ी सावधानी से रीटा के बूब को छुआ फिर कुछ देर हाथ बूब पर रखा पर बिलकुल हलके से क्युकी मैं नहीं चाहता था कि उसे पता चल जाये इसलिए मैं सतर्क था फिर मेने धीरे धीरे से अपने हाथ का दवाब बढाया रीटा बिलकुल भी नहीं हिली अब मैं बिलकुल निश्चिन्त था अब मेने उसके बूब्स को सहलाने कि सोची और जैसे ही मेने बूब्स सहलाये और मेरी लोटरी निकल गयी रीटा ने ब्रा नहीं पहनी थी अब मैं धीरे धीरे उसके बूब सहलाने लगा और दुसरे हाथ से अपने लंड को सहलाने लगा अब मैं सातवे आसमान पर था मैं उसके निप्पल पकड़ना चाहता था पर मैं जानता था कि ऐसा करने पर ये मजे भी छीन जायेगे और मैं धीरे धीरे बूब्स सहलाने में लग गया कुछ देर बाद मेरे लंड ने एक धार छोड़ी और मैं खड़ा होकर बाथरूम में गया और हाथ साफ़ करके वापिस आया और टाइम देखा तो 4 बज गए थे फिर मैं भी जल्दी से सो गया|
अगले दिन में देर तक सोता रहा घर में सभी जग गए थे मेरी भी नींद तो खटपट से खुल गयी थी पर मेने आँखे नहीं खोली थी तभी मम्मी, मोसी और ऋचा कमरे में आये! मम्मी ने कहा कितना नालायक लड़का है 11 बजे तक सो रहा है तो ऋचा बोली मोसी भैया को सोने दो उनको रात को ठण्ड लग रही थी इसलिए वो रात को सही से नहीं सो पाए होगे मेरी मोसी ने पूछा तुझे कैसे मालूम तो उसने बोला की रात को ठण्ड की वजह से वो बार बार मुझसे चिपक रहे थे ये सुनते ही मेरी गांड फट गयी क्युकि इसके तो सिर्फ चिपका था जिसके साथ मैं खेला था उसने कुछ बोल दिया तो…. तभी ऋचा बोली सुबह तो दीदी भी मेरे चिपक गई थी ठण्ड के मारे आप दोनों को रात को एक एक चद्दर देना!
अब मेरी गांड फट रही थी पांच मिनट बाद जब वो लोग कमरे से निकले मैं उठा और सोचा क्या करू तभी मोसी कमरे में आई और बोली बेटा तू जल्दी से हम सभी को बाज़ार ले चल मेने कहा अभी तो मोसी बोली हाँ!! तू तैयार हो जा ! तभी कमरे में रीता आई उसको देखते ही मेरे होश उड़ गए क्युकि डर था की अब वो मुझे क्या बोलेगी मैं बाथरूम की तरफ जाने लगा तो वो बोली रात को क्या मैं कुछ देर के लिए इन्टरनेट इस्तेमाल कर सकती हु मेने कहा इसमें क्या पूछना है तो वो बोली नहीं इधर तेरे कमरे में मेने कहा ठीक है मैं इंतजाम कर दूंगा! उसने मुझे गले लगा लिया और thanx कहा हम पहले भी ऐसा कई बार कर चुके है पर इस बार मुझे कुछ ज्यादा अच्छा महसूस हुआ! फिर मेने उन सब को बाज़ार छोड़ दिया अब मैं घर पे अकेले था तो मेने रात को बनाये हुए प्लान की तैयारी करनी शुरू कर दी पर अब मुझे डर भी लग रहा था क्युकि ऋचा की आंख खुल गयी थी अगर वो देख लेती तो… मेने एक दूसरा प्लान बनाया मैं आप की दूकान से एक डरावनी इंग्लिश मूवी ले कर आया और साथ मैं हैरी पोटर की भी ले आया! अब मैं रात होने का बेसब्री से इन्तेजार करने लगा तभी मुझे ध्यान आया की रीता को इन्टरनेट चाहिए था वो भी मेरे कमरे में. मेरे घर में कंप्यूटर ऊपर के कमरे में है और ऊपर का कमरा मेरे स्टडी के लिए ही इस्तेमाल होता है मेने अपने दोस्त को फ़ोन कर के उसका लैपटॉप और डाटा कार्ड ले लिया और सबसे पहले उसमे से सारी अश्लील सामग्री (BF) हटा दी!
शाम को करीबन 5 बजे मेरे पास फ़ोन आया की उनको बाज़ार में लेने को आऊ मैं बाज़ार पंहुचा ऋचा ने कहा की चलो घुमने चलते है और हम सब घुमने निकल गए और रात को 8 बजे खाना पैक करा कर घर गए और पापा हमे गाते पर ही मिल गए! पापा ने कहा की आज मुझे देर रात तक काम करना है तो मैं स्टडी में जा रहा हु मेरे सारे सपने सारे प्लान चौपट हो गए क्युकि मैं जनता था की पापा सोने से पहले कमरे में जरूर आयेगे! अभी मैं कपडे बदल कर बाहर आया तो रीता ने कहा फक मुझे इन्टरनेट इस्तेमाल करना था मेने उसे कहा मैं तेरे लिए लैपटॉप ले आया हु ये सुन कर वो बहुत खुश हुयी और मेरे गले लग कर मेरे गालो पे किस किया! मैं तो बिलकुल ब्लेंक हो गया था क्युकि अब मेरी सोच उसके लिए बदल गयी थी रीता ने कहा तू मेरा सबसे अच्छा भाई है मेने भी कहा और तू मेरी सबसे अच्छी बहन… ये सुन कर ऋचा बोली और मैं मेने उसको कहा तू तो मेरी एंजेल है ये सुन कर वो आई और मेरे दोनों गालो पे किस कर के गले लग गयी मैं तो सातवे आसमान पर पहुच गया और मेरा बाबुराव सलामी देने लगा वो तो अच्छा था की मेने ढीला सा लोवेर पहना था! मेने सोचा आज रात को तो मैं कुछ कर नहीं सकुगा तो बाईक चलते वक़त ही कुछ करना पड़ेगा!
रीता लैपटॉप पर अपना काम करने लगी मैं और ऋचा खाना खाने चले गए जब हम खाना खा कर कमरे में आये तो रीता ने बताया की उसका एडमिशन के इंटरवियु इंडिया में ही है और बॉम्बे में है पर २० दिन के बाद और उनके वापसी के टिकेट
अब मेरा हाथ उसकी कमर पर था और उसने पकड़ रखा था! मैं समझ गया कि उसे अच्छा नहीं लगा तो मैं रुक गया पर आप जानते ही हो सारी की सारी दुनियादारी मेरे लंड से और जब लंड अपनी औकात पर आ जाये तो कोई क्या कर सकता है सो मेने अगला कदम उठाने की सोची!
मेने रीटा को बोला थोडा सा दूर खिसक मुझे गर्मी लग रही है तो रीटा ने मना कर दिया और मैं भी तो यही चाहता था जैसे ही उसने मना किया मेने अपने दुसरे हाथ से उसके कंधे को पकड़ कर धक्का दिया वो फिर से मेरे पास आ गयी मेने फिर से उसे धक्का दिया पर अबकी बार कंधे से निचे और बूब से थोडा सा ऊपर हाथ रखा वो जैसे ही आगे आने को हुई उसका बूब मेरे हाथ में था मेने झट से उसे दबा कर छोड़ दिया क्या मजा था इसमें अभी मुझे रात से ज्यादा मजा आया था क्युकी रात को उसके उठने का डर था और अभी मैं जानता था कि वो इसे गलती से हो गया समझेगी सो कोई डर नहीं था वाह क्या मुलायम गद्दीदार बूब था उसने और मेने नाईट सूट पहना था और वो रात को ब्रा नहीं पहनती थी मेरे लंड ने मेरे पजयामे को तम्बू बना दिया था वो तो अच्छा था की मैं चद्दर दाल रखी थी!
मैं पूरी पिक्चर ख़त्म होने तक उसको छू कर मजे लेता रहा और मुझे पता था कि असली मज़ा तो अब आना था क्युकी वो डर के मारे मुझसे चिपक कर सोएगी! वो मुझसे चिपक कर तो सोई पर मैं फायदा नहीं उठा सका क्युकी वो डर के मारे सो नहीं पा रही थी मैं पहले तो कुछ देर सोने का नाटक करने लगा पर जैसे ही मेने उसके बूब को छुआ वो जाग गयी मेने कहा छोड़ मुझे मैं बाथरूम जाकर आता हु उसने कोई मुह नहीं बनाया तो मैं यह समझ गया की उसे कोई शक नहीं हुआ है और मैं वापिस आ कर सोने की कोशिश करने लगा पर नींद आती तो आती कैसे? मेरी छमिया मेरी लंड की मल्लिका मुझसे चिपक कर सो रही थी और मैं कुछ भी नहीं कर पा रहा था
सुबह जब मैं जगा तब 11 बज गए थे मैं तैयार होने लगा तभी रीटा आई और बोली मैं रात को सो भी नहीं सकी अब कभी मेरे होते हुए भूत वाली पिक्चर मत चलाना मेने कहा ठीक है जो आप कहो महारानी और वो हसने लगी! तभी मेरा मोबाइल बजा मेने देखा मेरे बचपन के दोस्त रवि का फ़ोन है! वो मुझे बोला कि चल तैयार हो जा मैं तुझे लेने आ रहा हु मेने कहा किधर जाना है तो वो बोला मेरे फार्म पर चलेगे आगे की तरफ बारिश है मजा आ जायेगा बाकि दोस्त भी आ रहे है! मैं आप सब को बता दू उसका फार्म जयपुर से दूर टोंक रोड पर पड़ता है और उसके फार्म पर से एक बरसाती नदी निकलती है इसलिए जब भी उस तरफ बारिश होती है हम सब दोस्त उधर जाते है! मेने उसे मना किया तो वो नहीं मान रहा था मेने उसे समझाया की मेरी बहन अभी नहीं गयी है वो बोर हो जाएगी तुम लोग जाओ मैं अगली बार जब बारिश होगी तब चल लूँगा! मेरी सारी बात बगल में बैठी रीटा ने भी सुनी ली थी फ़ोन कटते ही उसने मुझ पर सवालों की बारिश कर दी! किसका फ़ोन था, किधर जाने की बात हो रही थी और मेरे वजह से तूने क्यों मना कर दिया? मेने उसे बताया की मेरे दोस्त का फ़ोन था सब दोस्तों का उसके फार्म पर जाने का प्लान था तो वो बोली तू क्यों नहीं गया मेने कहा तू बोर हो जाती और मैं फिर कभी चला जाऊंगा वैसे भी मैं तो जाता रहता हु! वो बोली : और बारिश? मेने उसे बताया कि उसके फार्म पर से बरसाती नदी बहती है अभी उधर बारिश हो रही है 2-3 दिन से इसलिए हम सब बारिश के वक़्त ही जाते है वो बोली मुझे भी जाना है तू एक काम कर तेरे दोस्त को बोल कि तू मेरे साथ आ रहा है मेने उसे बड़ी मुश्किल से समझाया की उधर सब लड़के होगे तू अकेली लड़की परेशान हो जाएगी तब कही जा कर उसने अपनी जिद छोड़ी!
दोपहर में खाना खाने के बाद मैं कमरे में बैठा टीवी देख रहा था तभी रीटा आई और बोली तू मेरी एक बात मानेगा? मेने कहा हाँ! वो बोली पक्का मेने कहा पक्का! उसने मुझे कहा तू अपने दोस्त से उसके फार्म की बात कर ले अपन लोग चलेगे तेरा दोस्त मान जायेगा ना! मेने कहा इसमें कोई दिक्कत नहीं है मैं उससे सन्डे के लिए बोल देता हु वो झट से बोली सन्डे अगर बारिश बंद हो गई तो? मेने कहा वो तो है पर उससे पहले पापा और मम्मी साथ नहीं जा सकेगे वो बोली हम दोनों चलते है ना मेने कहा कार नहीं मिलेगी और बाईक पर हम दोनों को इजाजत नहीं मिलेगी! वो कुछ देर सोच कर बोली एक काम करते है कल पिक्चर का बोल के चलेगे और खाना भी बाहर खाने का बोल देगे तो हमे टाइम भी मिल जायेगा और कोई मना भी नहीं करेगा मेने कहा ठीक है पर एक चद्दर चाहिए उधर बिछाने के लिए वो बोली तू मुझे दे दे उसको मैं मेरे बैग में डाल लेती हु! मेने कहा ये ठीक है और अगले दिन का प्लान तय कर लिया!
अगले दिन का सोच कर रीटा बहुत खुश थी और मैं रात का सोच कर क्युकी मेने रीटा को नीद की गोली खिला दी थी! रात को 1 बजे के आसपास दवाई अपना असर दिखा चुकी थी रीटा गहरी नीद में थी मेने उसके बड़े बड़े बूब को पकड़ कर सहलाना
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